23 Dec आप सभी को किसान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
बेटी को मार डालोगे तो
बहू कहां से लाओगे
जरा ये भी तो सोचो
किसान मर जायेगा तो
खाना कहां से लाओगे
पैर हों जिनके मिट्टी में
हाथ कुदाल पर रहते हैं
सर्दी गर्मी या फिर बारिश
सबकुछ ही वो सहते हैं
मेहनत करके वो अन्न उगाते
पेट सभी का भरते हैं
वो है मसीहा मेहनत का
उसको किसान हम कहते हैं
करोड़ों में बिकते हैं
क्रिकेट के खिलाड़ी
काश..किसानों की फसल का भी
आईपीएल होता
तो आज देश का पेट भरने वाला
खुद भुखा ना सोता !
मैं किसान हूं
मेरे पास “हल” है
लेकिन मेरी समस्या का हल
किसी के पास नहीं है
किसान हूं दर्द से नहीं, बस
मौसम की दगा से घबराता हूं
खून पसीना करके
फसल उगाते हैं,
हम किसान है साहब
पूरी दुनिया चलाते हैं.
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